महाराष्ट्र सरकार की माझी लाडकी बहीण योजना एक बार फिर चर्चा में है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना अब अपने 13वें चरण में पहुंच गई है। इस बार की किस्त जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त के पहले सप्ताह में जारी हो सकती है। सरकार का प्रयास है कि यह राशि रक्षाबंधन से पहले बहनों को मिल जाए, जिससे त्योहार की खुशियों में आर्थिक सहारा मिल सके।
योजना का उद्देश्य: सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना
इस योजना की शुरुआत महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए की थी। योजना के अंतर्गत राज्य की करीब 2.41 करोड़ महिलाओं को हर महीने ₹1500 की राशि दी जाती है। यह केवल एक आर्थिक सहायता नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है। इस योजना ने हजारों महिलाओं को घर की ज़िम्मेदारियों में आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया है।
अब तक 12 किस्तों का वितरण हो चुका है
माझी लाडकी बहीण योजना की 12 किस्तें पहले ही जारी हो चुकी हैं। पिछली यानी 12वीं किस्त जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में वितरित की गई थी। नासिक की वंदना पाटिल जैसी महिलाओं का कहना है कि अब उन्हें घरेलू खर्चों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। इस योजना ने उन्हें आत्मसम्मान और आत्मविश्वास दिया है।
13वीं किस्त दो चरणों में दी जाएगी
सरकार इस बार योजना की 13वीं किस्त को दो चरणों में वितरित करेगी:
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पहला चरण – प्राथमिकता सूची में शामिल महिलाओं को पहले भुगतान किया जाएगा।
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दूसरा चरण – शेष पात्र महिलाओं को बाद में भुगतान मिलेगा।
इस व्यवस्था से तकनीकी दिक्कतों और देरी से बचा जा सकेगा। सरकार का लक्ष्य है कि रक्षाबंधन जैसे त्योहार से पहले हर महिला को यह सहायता मिल जाए।
पात्रता शर्तें – क्या आप भी इस योजना के लिए योग्य हैं?
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं, तो नीचे दी गई पात्रता शर्तें जरूर पूरी करें:
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महिला महाराष्ट्र की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
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उम्र 21 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
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परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होनी चाहिए।
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परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी या आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
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परिवार के पास चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए (खेती के ट्रैक्टर को छोड़कर)।
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महिला के नाम से व्यक्तिगत बैंक खाता होना चाहिए (संयुक्त खाता मान्य नहीं होगा)।
पारदर्शिता के लिए डिजिटल भुगतान प्रणाली
इस योजना में DBT (Direct Benefit Transfer) प्रणाली का उपयोग किया जाता है। यानी सहायता राशि सीधे महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर होती है। इससे किसी तरह के बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है और भ्रष्टाचार की संभावना नहीं रहती।
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जैसे ही पैसा ट्रांसफर होता है, लाभार्थी को SMS के जरिए जानकारी मिल जाती है। इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और भरोसेमंद बनती है।
किस्त की स्थिति कैसे जांचें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त आई है या नहीं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
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वेबसाइट खोलें – https://ladkibahin.maharashtra.gov.in
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‘लाभार्थी लॉगिन’ पर क्लिक करें
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मोबाइल नंबर, पासवर्ड और कैप्चा डालकर लॉगिन करें
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डैशबोर्ड में ‘Payment Status’ पर क्लिक करें
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मांगी गई जानकारी भरें और Submit करें
योजना का सामाजिक प्रभाव – महिलाओं को मिला सम्मान
माझी लाडकी बहीण योजना से महिलाओं को सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि सम्मान, आत्मनिर्भरता और पहचान मिली है। कई महिलाएं इस पैसे का उपयोग बच्चों की पढ़ाई, घर का राशन, स्वास्थ्य सेवाओं और छोटी-मोटी जरूरतों के लिए कर रही हैं।
इसका असर गांव-गांव में देखा जा सकता है। बाजारों में महिलाओं की खरीदारी बढ़ी है और अब महिलाएं खुद फैसले लेने लगी हैं। यह बदलाव महिलाओं के जीवन में आत्मविश्वास ला रहा है।
अब भी कर सकते हैं आवेदन
अगर आपने अभी तक इस योजना के लिए आवेदन नहीं किया है, तो जल्द से जल्द योजना की वेबसाइट पर जाकर अपना स्टेटस जांचें और आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। हो सकता है कि आप भी अगले चरण में सहायता प्राप्त करने वालों में शामिल हो जाएं।
निष्कर्ष: रक्षाबंधन पर मिलेगा आत्मनिर्भरता का तोहफा
माझी लाडकी बहीण योजना महाराष्ट्र सरकार की एक प्रभावशाली पहल है। यह न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि महिलाओं के सम्मान और अधिकारों को भी मजबूत करती है। रक्षाबंधन से पहले मिलने वाली 13वीं किस्त बहनों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित हो सकती है।
अगर आप पात्र हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएं। यह योजना महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल है।
महत्वपूर्ण लिंक:
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👉 आधिकारिक पोर्टल: https://ladkibahin.maharashtra.gov.in
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👉 लाभार्थी लॉगिन: https://ladkibahin.maharashtra.gov.in/login
समय रहते रजिस्ट्रेशन करवाएं और योजना का पूरा लाभ उठाएं।